Story

"बचपन याद आता है "

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"बचपन याद आता है "

!!बचपन याद आता है!! वो सपने याद आते हैं, वो अपने याद आते हैं वो आंगन याद आता है, वो यादें याद आती हैं वो मौसी का शासन, वो मम्मी का अनुशासन वो मामा की मस्ती, वो नाना की हस्ती वो नानी का दुलार, घर का सारा प्यार वो बातें याद आती हैं वो बचपन याद आता है|| वो स्कूल में जाना, टीचर का प्रेम पाना खूब खुशियां मनाना, मामा का लेकर आना नानी की मीठी बातें फिर मम्मी के हाथों खाना गांवों में फिर जाना, लोगों का स्नेह पाना वो आंवला का पेड़, वो खेतों के मैदान वो बातें याद आती है वो बचपन याद आता है|| वो अपना प्यारा घर, साहेब मामा का डर वो नटखट सा जीवन बस मस्ती और सुकून वो छोटी-छोटी ख्वाहिशें, बचपन की सौगातें यारों के संग की टोली, लंबरदार की बोली वो नाना की शिक्षा देना, वो नानी का प्यार लेना वो बातें याद आती है, वो बचपन याद आता है|| --- सौमित्र तिवारी

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Saumitra Tiwari

कवि, लेखक, स्वतंत्र विचारक, सामाजिक विश्लेषक